✦ अबू इशहाक रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की जब लोगो ने उन बातों को जो हज़रत अली रदी अल्लाहू अन्हु के बाद निकाला (यानी उनके नाम से झूठी हदीस बयान की) तो हज़रत अली के एक रफ़ीक़ बोले ,अल्लाह उनको तबाह कर दे या उन पर लानत करे की किस तरह से उन्होने इल्म को बिगाड़ दिया
सही मुस्लिम, जिल्द 1 , मुक़दमा, 24
✦ अल मुगैरा रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की हज़रत अली रदी अल्लाहू के नाम से जब कोई हदीस की रिवायत आती तो उनकी रिवायत नही मानी जाती थी जब तक की अब्दुल्लाह इब्न मसूद रदी अल्लाहू अन्हु के साथी उसकी तस्दीक़ नही कर देते थे (क्यूंकि लोगों ने उनके नाम से झूठी रिवायत बयान करना शुरू कर दिया था)
सही मुस्लिम, जिल्द 1 , मुक़दमा, 25
✦ इब्न सीरीन रदी अल्लाहू अन्हु ने कहा की पहले ज़माने में कोई हदीस बयान करता तो हम उनसे सनद नही पूछते लेकिन जब फ़ितना फैलने लगा तो लोगो ने कहा की अपनी अपनी सनद बयान करो देखेंगे की अगर रिवायत करने वाला अहल-ए-सुन्नत है तो हदीस क़ुबूल करेंगे और रिवायत करने वाला अगर अहल-ए-बिदत में से है तो उनसे हदीस क़ुबूल नही करेंगे
सही मुस्लिम, जिल्द 1 , मुक़दमा, 27
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