✦ 18 - सीरत उन नबी सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम
रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम का पसीना मुबारक
✦ अनस रदी अल्लाहू अन्हु ने फरमाया (उनकी वालिदा) उम सुलैम रदी अल्लाहू अन्हा नबी सलअल्लाहू अलैही वसल्लम के लिए चमड़े का फर्श बिछा देती थी और आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम सलअल्लाहू अलैही वसल्लम इसी पर कैलुल्ला करते ( यानी दिन के वक़्त तोड़ा सा
सोते ) थे फिर जब आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम सो गये तो उम्म सुलैम रदी अल्लाहू अन्हा ने आपका पसीना और बाल ले लिए और इस को (पसीने को) एक शीशी में जमा कर दिया और फिर सुक को ( एक तरह की खुश्बू को) उसमे मिला दिया फिर जब अनस बिन मलिक रदी
अल्लाहू अन्हु की वफात का वक़्त करीब आया तो उन्होने वसीयत की, के इस सुक ( जिसमें रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम का पसीना मिला हुआ था) को उनके हनुत ( एक तरह की खुशबु जो मय्यत पर लगते हैं) में मिला दिया जाए -
सही बुखारी, जिल्द 7, 6281
✦ अनस बिन मलिक रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम (उनकी वालिदा) उम्म सुलैम रदी अल्लाहू अन्हा के घर जाते और उनके बिछोने पर सोते थे जब वो वहां नही होती, एक दिन आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम तशरीफ़ लाए और
उनके बिछोने पर सो रहे वो आई तो लोगो ने की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम तुम्हारे घर में बिछोने पर सो रहे हैं ये सुन कर वो आई और देखा की आपको पसीना आया हुआ है और आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम का पसीना चमड़े के बिछोने पर जमा हो गया है,
उम्म सुलैम रदी अल्लाहू अन्हा ने अपना डिब्बा खोला और पसीने को पूछ कर शीशियों में भरने लगी रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम एकदम से उठ गये और फरमाया ये क्या कर रहे हो ?, उम्म सुलैम रदी अल्लाहू अन्हा ने कहा की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही
वसल्लम हमने ये (आपका पसीना ) अपने बच्चो के बरकत के लिए लिया है आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया तुमने सही किया
सही मुस्लिम, जिल्द 5, 6056
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